Hindi Shayari Part 19
हिंदी शायरी पार्ट -19
हिंदी शायरी पार्ट -19
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1 |
कदर और वक़्त दोनों कमल की चीजें हैं , जिसकी कदर करो वो वक़्त नहीं देता , और जिसको वक़्त दो वो कदर नहीं करता। |
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एक खूबसूरत सा रिश्ता कुछ यूँ ख़तम हो गया , वो नजरअंदाज करते रहे और हम दूर हो गए। |
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3 |
देखकर आपकी मुश्कान हम होश गंवा बैठे, होश में आने ही वाले थे की आप फिर मुस्करा बैठे। |
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4 |
रिश्तों में जबरदस्ती अच्छी नहीं होती , जिसको जहां सुकून मिले , उसे वहां छोड़ देना चाहिए। |
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5 |
कुछ इंतजार ऐसे भी होते हैं , जिसमे शाम नहीं पूरी उम्र गुजर जाती हैं। |
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6 |
नाराजगी फ़ोन तक ही रहने देना, कभी अचानक मिल जाऊँ तो मुस्करा देना। |
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7 |
भरोसा टूटा तो जिंदगी का मतलब ही बदल
गया , अब हर चेहरे में धोखा नजर आता है। |
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8 |
लोग अपनी आवश्यकता के अनुसार बात करते हैं , और हम भ्र्म में रहते हैं कि वे हमे पसंद करते हैं। |
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9 |
पहली मोहब्बत हमेशा सही वक़्त पर गलत शक्स से
होती है , और दूसरी मोहब्बत हमेशा सही शक्स से गलत वक़्त पर हो जाती
है। |
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10 |
कुछ रिश्ते इतने प्यारे हो जाते हैं, कि एक दूसरे को याद दोनों करेंगे, लेकिन बात नहीं करेंगे। |
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11 |
हम दोनों ही नाकाम रहे इस इश्क़ के सफर में , वो मुझे चाह न सकी , और मैं उसे भुला न सका। |
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12 |
भरोसा टूटा तो जिंदगी का मतलब ही बदल गया , अब हर चेहरे में धोखा नजर आता है। |
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13 |
बिछुड़ते वक़्त मेरे सरे एब गिनाये उसने , सोचता हूँ जब मिला था , तब कोनसा हुनर था मुझमे। |
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14 |
कभी-कभी छोड़ देना भी बेहतर होता है, जैसे वो सवाल जिसका कोई जवाब न हो, वो हाथ जो वक्त पर साथ न दे, वो रिश्ता जो कदर न करें, वो प्यार जो सिर्फ मतलब के लिए जुड़ा हो। |
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15 |
दिल से उतर जाते हैं लोग, बहुत दिन दिल में रह जाने के बाद, कि मैं खुद से भी खफा हूं, एक तुझे दिल लगाने के बाद। |
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16 |
जरूरत से ज्यादा बातचीत, जरूरत से ज्यादा लगाव, जरूरत से ज्यादा उम्मीद, और जरूरत से ज्यादा भरोसा, अंत में इंसान को जरूरत से ज्यादा
कष्ट देता है। |
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17 |
वजह पूछोगे तो जिंदगी निकल जाएगी , अच्छे लगते हो बस इतना काफी है। |
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18 |
हम इश्क़ से नहीं हारे , हम उस इंसान से हार गए, जो हमे जनता था, फिर भी समझा नहीं। |
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19 |
अकेले जीना सीख जाता है इंसान , जब उसे पता चल जाता है कि साथ देने वाला कोई नहीं है। |
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20 |
मत कर तमनना किसी को पाने की , बड़ी बेदर्द निगाहे है जमाने की , तू खुद को बना काबिल इतना, कि तमनना करे लोग तुझे पाने की। |
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21 |
एक रात एक बात लिखूंगा , खुद को दाग़ , तुझे साफ लिखूंगा। हकीकत में तू कभी मिलेगी नहीं , एक किताब में अपनी मुलाकात लिखूंगा।
आप लिखना चाहे तो पूरी दास्तां लिखना... हर दर्द, हर एहसास वहां लिखना..... मैं न सही आपके पास हकीकत में अगर..... आप ख्वाबों में ही सही, मुझे अपना जहाँ
लिखना |
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22 |
जो मिल न सका, उसका इंतजार क्यों है , जो मिल रहा है उससे इंकार क्यों है , बड़ा मुश्किल है, समझना खुदको , जिसे फ़िक्र ही नहीं हमारी , उससे इतना
प्यार क्यों है। |
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23 |
तमाशा देखने का मजा तब आता है , जब महौल अपने खिलाफ हो, और अपने किसी और के साथ हो। |
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24 |
कोशिश करो के दोगले लोगों से रिश्ता गहरा न हो , ये दिखावे का प्यार करते हैं , और अपने राज थोड़ा संभलकर बताना मेरे दोस्त, ये नाराज होने पर सीधा इज्जत पर वार करते हैं। |
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25 |
किसी के मीठे बोल है, तो किसी की नियत में झोल है , साहेब ये दुनिया गोल है , यहां सबके डबल रोल है। |
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26 |
किसी ने थोड़ा सा अपना वक्त दिया था मुझे , मैंने आज तक उसे इश्क समझ कर संभाल रखा है। आपके साथ बिताए वो कुछ पल नहीं भूले, वो छोटी-सी बातें, वो हल्के से झगड़े नहीं
भूले, कहते हो आप बस थोड़ा वक्त दिया था, पर आपके बिना वो वक्त फिर कभी
किसी को नहीं दिया था |
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27 |
वफादारी पे देदी जान, पर गद्दारी नहीं आई , हमारे खून में अभी ये बीमारी नहीं आई , खुदा का शुक्र, शोहबत का असर होता नहीं
हम पर , अदाकारों में रहकर भी, अदाकारी नहीं आई। |
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28 |
कोई दिल के आस पास था , पर मेरा दिल न था , सफर में जो साथ था, वो मेरा हमसफ़र न था। |
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29 |
जिसको भी तुम दोगे सहारा, बनेगा दुश्मन वही तुम्हारा , जिसको रह दिखाओगे तुम , चोट उसी से खाओगे तुम। |
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30 |
पत्थर की ये दुनिया , जज्बात नहीं समझती , दिल में क्या है, वो ये बात नहीं समझती , तन्हा वो चाँद भी है, सितारों के बीच , लेकिन चाँद का दर्द, बेवफा रात नहीं समझती। |
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31 |
मुँह नहीं रुकते लोगों के , दूसरों को गलत खुद को सही बताने में , दिल से कौन निभाता है आजकल , सब लगे पड़े हैं एक दूजे का फायदा
उठाने में। |
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32 |
दुःख इस बात का नहीं कि कुछ लोग
कुत्ते निकले , दुःख इस बात का है , कि कुत्ते होकर भी वफादार नहीं निकले। |
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33 |
चोर को खांसी और संत को दासी, मुसीबत में डाल देती है , प्यार देने से बेटा बिगड़े, भेद देने से
नारी , लोभ देने से नौकर बिगड़े, धोखा देने से यारी। गुण मिले तो गुरु बनाओ , चित मिले तो चेला , मन मिले तो मित्र बनाओ, बरना रहो अकेला। |
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34 |
तरक्की की फसल हम भी काट लेते , यदि थोड़े से तलवे हम भी चाट लेते , मेरे लहजे में जी हजूर न था , इसके सिवा मेरा कोई कसूर न था , पल भर के लिए भी यदि मैं बेज़मीर हो
जाती , तो यकीन मानिये मैं कब की अमीर हो जाती। |
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35 |
तुम हमेशा मेरे लिए खास रहोगे , फिर चाहे
हमारी बात हो या न हो। कुछ रिश्ते किराये के मकान जैसे होते हैं , कितना भी सजा
लो कभी अपने नहीं होते। यदि मन में बैर है तो मंदिर, गुरुद्वारा जाना सिर्फ एक
सैर है। तेरे बदलने का दुःख नहीं मुझको , मैं तो अपने
यकीन पर शर्मिंदा हूँ। सफर तेरे साथ बहुत छोटा रहा , मगर उम्र भर
के लिए यादगार बन गया। कोई हमारा भी था , अभी कुछ दिन पहले की बात
है। बिछड़ने की जल्दी उन्हें थी , और सरे
इल्जाम हम पे लगा गए। जो आनंद शांत रहने में है, वो शिकायत करने में नहीं। अच्छे लोग बहुत सस्ते होते हैं , बस मीठा बोलो और खरीद लो। |

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