1 | हमने सहना सीख लिया , कुछ न कहना सीख लिया , बोलते तो बात और बिगड़ जाती , इसलिए चुप रहना सीख लिया। |
2 | बहुत हस्ता हुआ चेहरा, जखम गहरे छुपाता है, वो किसी का हो नहीं पता, जो सबसे निभाता है। |
3 | कुछ कह गए , कुछ सह गए और कुछ कहते कहते रह गए, मैं सही तुम गलत के चक्र में, न जाने कितने रिश्ते बह गए। |
4 | अच्छे ने अच्छा और बुरे ने बुरा कहा मुझे, जिसको जितनी जरूरत थी उसने उतना ही पहचाना मुझे। |
5 | करीब इतना रहो के रिश्तों में प्यार रहे, दूर भी इतना ही रहो कि आने का इंतज़ार रहे, रखो उम्मीद रिश्तों के दरमियाँ, कि टूट जाये उम्मीद मगर रिश्ते बरकरार रहे। |
6 | दर्द मिले हैं काफी, मगर हमने मुस्कराना नहीं छोडा, ख्वाब टूटे हैं पर, फिर भी हमने जिंदगी से मुँह नहीं मोड़ा, रास्ते मुश्किलों से भरे हैं , फिर भी हमने चलना नहीं छोड़ा, जिंदगी की इन सारि मायुशियों में , हमने अपनी उम्मीदों से नाता नहीं तोडा। |
7 | मैं लफ्जों से कैसे बताऊं के कितनी खास हो तुम , जुदा होकर भी जो खत्म न होगा वो एहसास हो तुम , मेरी हैसियत होती तो तेरी किस्मत सवार देता , इक दिल था जो तुझे दे दिया , हजार भी होते तो उन्हें भी तुम पे वार देता। |
8 | तेरे गले लगकर तेरी ही शिकायत करनी है, मुझे तेरे साथ रहकर तुझसे ही लड़ाई करनी है, भले ही कितनी भी खफा हो तू मुझसे, पर मुझे तो सिर्फ तुझसे ही बात करनी है। |
9 | नादान सी है मोहब्बत हमारी बस दिल से निभा लेना, कभी तुम नाराज हो तो हम झुक जायेंगे, कभी हम नाराज हुए तो तुम सीने से लगा लेना। |
10 | नफरतों के इस शहर में , चालाकियों के डेरे हैं , यहाँ वो लोग रहते हैं, जो तेरे मुँह पर तेरे हैं और मेरे मुँह पर मेरे हैं। |
11 | उम्र को हराना है तो शौक जिन्दा रखिये , दोस्त कम रखिये लेकिन चुनिंदा रखिये , |
12 | इश्क़ जिन्दा रखना है तो, उसे अधूरा रहने दो, क्योंकि मुकम्मल हुए रिश्ते, अक्सर गिले, शिकवे, शिकायतों में उलझ कर, ठड़ी राख बनके रह जाता है। |
13 | इतने सस्ते नहीं थे हम , जितना आपने समझ लिया , आपके प्यार में झुके जरूर थे , आपने तो गिरा हुआ ही समझ लिया। |
14 | अगर हमे छोड़कर वो खुश हैं , तो शिकायत कैसी , हम उन्हें इतनी ख़ुशी भी न दे पाएँ , तो मोहब्बत कैसी। |
15 | मैं गुनहगार भी हूँ तो बस खुद का , मैंने अपने सिवा किसी को बर्बाद नहीं किया। |
16 | ना पा सके ना भुला सके , ना बता सके ना जता सके , तू क्या है मेरे लिए , न कभी खुद समझ सके और ना तुझे समझा सके। |
17 | दिले उम्मीद तोडा है किसी ने , सहारा देके छोड़ा है किसी ने , ना मंजिल है ना मंजिल का निशां कोई , कहाँ पे लाके छोड़ा है किसी ने। |
18 | नुक्श निकालते हैं लोग कुछ इस कदर हममे, जैसे उन्हें खुदा चाहिए था , और हम इंसान निकले। |
19 | जिंदगी में कुछ दर्द ऐसे हैं जो जीने नहीं दे रहे, और कुछ फर्ज ऐसे हैं जो मरने नहीं दे रहे। |
20 | वो वक़्त गुजर गया जब तेरी हसरत थी हमें , अब तू खुदा भी बन जा , तो भी हम सजदा नहीं करेंगे। |
21 | ये जो खेल खेल रहे हो तुम , क्या गवाओगे क्या पाओगे, मैं हार इस कदर जाऊंगा , के तुम जीत कर भी पछताओगे। |
22 | वो जताता तो बहुत था पर निभाना भूल गया, अपना तो कहता था मुझे , मगर अपनाना भूल गया। |
23 | तुम्हें अपना बोलने के लिए : Sorry तुम्हारी लाइफ में आने के लिए : Sorry तुम्हे प्यार करने के लिए : Sorry और मुझे मेरी औकात बताने के लिए : Thankyou |
24 | एक फूल कभी दोबारा नहीं खिलता, यह जन्म बार बार नहीं मिलता, जिंदगी में मिल जाते हैं लाखों लोग, पर सच्चा दोस्त बार बार नहीं मिलता। |
25 | मैं चाहूँ तो तुम्हें आज भी मना लूँ , पर problem ये है के , तुम रूठे नहीं हो , तुम बदल गए हो। |
26 | वो नजरें न मिलाते तो अच्छा होता, वो इतने करीब न आते तो अच्छा होता , है मुहब्बत फिर भी मुकर जाते हैं हर दफा , काश अजनबी ही रह जाते तो अच्छा होता। |
27 | फुर्सत में याद करते थे वो हमे , हम नादान थे , जो उनकी फुर्सत को मुहब्बत समझ बैठे। |
28 | बता कहां से लाऊँ मैं इतना सब्र , के तू बात न करे और मुझे फर्क न पड़े। |
29 | एक गलती हर रोज कर रहे हैं हम , जो मिलेगा नहीं उसी पे मर रहे हैं हम। |
30 | ऐ दिल तू जरा समझा कर बात को, जिसको तू खोना नहीं चाहता , वो तेरा होना नहीं चाहता। |
31 | दिल तो रोज कहता है के मुझे कोई सहारा चाहिए , पर दिमाग कहता है क्यों तुझे धोखा दोबारा चाहिए। |
32 | उसने दिल का हाल बताना छोड़ दिया , हमने भी गहराई में जाना छोड़ दिया , जब उसको ही दूरी का एहसास नहीं , हमने भी एहसास दिलाना छोड़ दिया। |
33 | न जाने कौन सी शिकायतों के हम शिकार हो गए , जितना दिल साफ रखा उतने गुनहगार हो गए। |
34 | के जख्म इतने मिले, फिर सिले ही नहीं , दीप ऐसे बुझे, फिर जले ही नहीं , व्यर्थ किश्मत पे रोने से क्या फायदा , सोच लेना के हम तुम कभी मिले ही नहीं। |
35 | छोटी छोटी बातों पर नाराज मत हुआ करो , गलती हो जाये तो माफ़ कर दिया करो , अरे नाराज तब होना जब हम रिश्ता तोड़ देंगे , ऐसा तब होगा जब हम दुनियां छोड़ देंगे। |
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