Anmol Vachan Part 5 In Hindi
अनमोल वचन पार्ट - 5
अनमोल वचन पार्ट - 5
ANMOL VACHAN PART - 5
किसी को गीता में ज्ञान न मिला , किसी को कुरान में ईमान ना मिला ,
उस बन्दे को आसमान में क्या रब मिलेगा, जिसे इंसान में इंसान न मिला।
जब भी तुम्हारा होंसला आसमान तक जायेगा , याद रखना कोई न कोई तुम्हारे पंख काटने जरूर आएगा।
जीवन में आगे बढ़ना है तो बेहरे हो जाओ , क्योंकि अधिकतर लोगों की बातें मनोबल को गिराने वाली होती है।
अब तो ख़ुशी भी मिलती है तो डर सा लगता है , कि पता नहीं इस ख़ुशी की कौन सी कीमत चुकानी पड़ेगी।
छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , इंसान पहाड़ों से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है।
थोड़ा गरूर भी जरूरी है जीने के लिए , ज्यादा झुक के मिलो तो लोग पीठ का पायदान बना देते है।
जीवन में आगे बढ़ना है तो बेहरे हो जाओ , क्योंकि अधिकतर लोगों की बातें मनोबल को गिराने वाली होती है।
अब तो ख़ुशी भी मिलती है तो डर सा लगता है , कि पता नहीं इस ख़ुशी की कौन सी कीमत चुकानी पड़ेगी।
छोटी गलतियों से बचने की कोशिश किया करो , इंसान पहाड़ों से नहीं पत्थरों से ठोकर खाता है।
थोड़ा गरूर भी जरूरी है जीने के लिए , ज्यादा झुक के मिलो तो लोग पीठ का पायदान बना देते है।
गिरना भी अच्छा है औकात पता चल जाती है , बुरे समय में साथ चलने वाले कितने हैं ये बात पता चल जाती है।
होंसला मत हार गिरकर ऐ मुसाफिर , अगर यहां दर्द मिला है तो दवा भी जरूर मिलेगी।
किसी ने मुझसे पूछा कि पूरी जिंदगी क्या किया तूने , हंसकर जबाब दिया कि किसी के साथ भी मैंने धोखा नहीं किया।
भले ही जीवन भर अकेले रह लेना , लेकिन जबरदस्ती किसी से रिश्ता निभाने की जिद मत करना।
जिंदगी में सारा झगड़ा ही ख्वाहिशों का है , न किसी को गम चाहिए और न ही किसी को कम चाहिए।
कौन कहता है कि तुम भगवान बन जाओ , सब कुछ बदल जायेगा बस तुम इंसान बन जाओ।
इंसान सब कुछ भूल सकता है सिवाए उन पलों के , जब उसे अपनों की जरूरत थी और वो उसके साथ नहीं थे।
देना शुरू कर दो आना खुद शुरू हो जायेगा, इज्जत भी और दौलत भी।
जीवन का कठिन दौर तब शुरू होता है , जब आप खुद की तलाश कर रहे होते हैं।
स्त्री सब सह लेती है। .....
सबसे ज्यादा बर्दाश्त करने की क्षमता भी उसी में है।
बचपन में भेदभाव ससुराल के उलाहने सहने के बाद भी नहीं टूटती।
बस टूटती सिर्फ एक वजह से है ,कि जिस हमसफ़र के लिए वह सबकुछ त्याग करके आई ,
एक वही उसे समझ नहीं पता।
इंसान वो लड़ाई कभी नहीं जीत सकता जिसमे दुश्मन उसके खुद के अपने हो।
अहंकार में डूबे इंसान को न तो खुद की गलतियां नजर आती है, और न ही किसी और की अच्छाइया दिखाई देती हैं।
लाइफ जितनी हार्ड होगी आप उतने ही स्ट्रांग बनोगे , आप जितने स्ट्रांग बनोगे लाइफ उतनी ही इजी बन जाएगी।
प्रार्थना ऐसे करो जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर करता है। प्रयास ऐसे करो जैसे सब कुछ आप पर निर्भर करता करता है।
ऐ दिल अब उसे पाने की ख्वाहिश न कर , वो किसी और का हो गया है अब दोबारा ख्वाहिश न कर।
तारीफ चेहरे की नहीं चरित्र की होनी चाहिए
क्योंकि अच्छा चेहरा बनाने में चंद मिनट लगते हैं और अच्छा चरित्र बनाने में पूरा जीवन लग जाता है।
दूध को दुखी करो तो दही बनता है ,
दही को सताने से मक्खन बनता ,
मक्खन को सताने से घी बनता है ,
दूध से महंगा दही है, दही से महंगा मक्खन है ,
और मक्खन से महंगा घी है।
किन्तु इन चारों का रंग एक ही है।
इसका अर्थ है :- बार बार दुःख और संकट आने पर भी जो इंसान अपना रंग नहीं बदलता , समाज में उसका ही मूल्य बढ़ता है।
इंसान भी क्या चीज है दौलत कमाने के लिए सेहत खो देता है। सेहत को वापस पाने के लिए दौलत खो देता है।
जीता ऐसे है , जैसे कभी मरेगा ही नहीं । मर ऐसे जाता है के कभी जिया ही नहीं।
थक गया हूँ रोटी के पीछे भाग भाग कर ,
थक गया हूँ सोती रातों में जग जग कर ,
काश मिल जाये वही बीता हुआ बचपन ,
जब माँ खिलाती थी भाग भाग कर और सुलाती थी जाग जाग कर।
केवल पैसों से व्यक्ति धनवान नहीं होता है , असली धनवान वही है जिसके पास अच्छी सोच , मधुर व्यवहार और सुंदर विचार होते हैं।
गलती उसी से होती है जो मेहनत से काम करता है , निकम्मों की जिंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में निकल जाती है।
अकड़ और अभिमान ऐक मानसिक बीमारी है , जिसका इलाज कुदरत और समय जरूर करता है।
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है , और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाती है।
आप कब सही थे इसे कोई याद नहीं रखता , लेकिन आप कब गलत थे इसे सब याद रखते हैं।
एक हद तक दर्द सहने के बाद इंसान खामोश सा हो जाता है , और फिर न वो किसी से शिकायत करता है और न ही किसी से उम्मीद रखता है।
जीवन में तकलीफ उसी को आती है, जो हमेशा जिम्मेदारी उठाने को तयार रहते हैं और जिम्मेदारी लेने वाले कभी हारते नहीं। या तो जीतते हैं या फिर सीखते हैं।
जब खुद की एहमियत बतानी पड़ जाये , तब समझ लेना आपकी कोई एहमियत नहीं रही।
जिंदगी छोटी नहीं होती , हम जीना ही देर से शुरू करते हैं। जब तक रस्ते समझ में आते हैं , तब तक लौटने का वक़्त आ जाता है।
कागज की कश्ती में सवार है हम , फिर भी कल के लिए परेशान है हम।
जिंदगी एक पल में नहीं बदलती , पर एक पल में लिया गया फैसला कभी - कभी जिंदगी बदल देता है।
प्रेम की धारा , बहती है जिस दिल में , चर्चा उसकी होती है हर महफ़िल में।
जिंदगी में दर्द मिलना तो स्वभविक है , लेकिन दुखी होना या न होना आपके हाथ में है।
होंसला मत हार गिरकर ऐ मुसाफिर , अगर यहां दर्द मिला है तो दवा भी जरूर मिलेगी।
किसी ने मुझसे पूछा कि पूरी जिंदगी क्या किया तूने , हंसकर जबाब दिया कि किसी के साथ भी मैंने धोखा नहीं किया।
भले ही जीवन भर अकेले रह लेना , लेकिन जबरदस्ती किसी से रिश्ता निभाने की जिद मत करना।
जिंदगी में सारा झगड़ा ही ख्वाहिशों का है , न किसी को गम चाहिए और न ही किसी को कम चाहिए।
कौन कहता है कि तुम भगवान बन जाओ , सब कुछ बदल जायेगा बस तुम इंसान बन जाओ।
इंसान सब कुछ भूल सकता है सिवाए उन पलों के , जब उसे अपनों की जरूरत थी और वो उसके साथ नहीं थे।
देना शुरू कर दो आना खुद शुरू हो जायेगा, इज्जत भी और दौलत भी।
जीवन का कठिन दौर तब शुरू होता है , जब आप खुद की तलाश कर रहे होते हैं।
स्त्री सब सह लेती है। .....
सबसे ज्यादा बर्दाश्त करने की क्षमता भी उसी में है।
बचपन में भेदभाव ससुराल के उलाहने सहने के बाद भी नहीं टूटती।
बस टूटती सिर्फ एक वजह से है ,कि जिस हमसफ़र के लिए वह सबकुछ त्याग करके आई ,
एक वही उसे समझ नहीं पता।
इंसान वो लड़ाई कभी नहीं जीत सकता जिसमे दुश्मन उसके खुद के अपने हो।
अहंकार में डूबे इंसान को न तो खुद की गलतियां नजर आती है, और न ही किसी और की अच्छाइया दिखाई देती हैं।
लाइफ जितनी हार्ड होगी आप उतने ही स्ट्रांग बनोगे , आप जितने स्ट्रांग बनोगे लाइफ उतनी ही इजी बन जाएगी।
प्रार्थना ऐसे करो जैसे सब कुछ भगवान पर निर्भर करता है। प्रयास ऐसे करो जैसे सब कुछ आप पर निर्भर करता करता है।
ऐ दिल अब उसे पाने की ख्वाहिश न कर , वो किसी और का हो गया है अब दोबारा ख्वाहिश न कर।
तारीफ चेहरे की नहीं चरित्र की होनी चाहिए
क्योंकि अच्छा चेहरा बनाने में चंद मिनट लगते हैं और अच्छा चरित्र बनाने में पूरा जीवन लग जाता है।
दूध को दुखी करो तो दही बनता है ,
दही को सताने से मक्खन बनता ,
मक्खन को सताने से घी बनता है ,
दूध से महंगा दही है, दही से महंगा मक्खन है ,
और मक्खन से महंगा घी है।
किन्तु इन चारों का रंग एक ही है।
इसका अर्थ है :- बार बार दुःख और संकट आने पर भी जो इंसान अपना रंग नहीं बदलता , समाज में उसका ही मूल्य बढ़ता है।
इंसान भी क्या चीज है दौलत कमाने के लिए सेहत खो देता है। सेहत को वापस पाने के लिए दौलत खो देता है।
जीता ऐसे है , जैसे कभी मरेगा ही नहीं । मर ऐसे जाता है के कभी जिया ही नहीं।
थक गया हूँ रोटी के पीछे भाग भाग कर ,
थक गया हूँ सोती रातों में जग जग कर ,
काश मिल जाये वही बीता हुआ बचपन ,
जब माँ खिलाती थी भाग भाग कर और सुलाती थी जाग जाग कर।
केवल पैसों से व्यक्ति धनवान नहीं होता है , असली धनवान वही है जिसके पास अच्छी सोच , मधुर व्यवहार और सुंदर विचार होते हैं।
गलती उसी से होती है जो मेहनत से काम करता है , निकम्मों की जिंदगी तो दूसरों की बुराई खोजने में निकल जाती है।
अकड़ और अभिमान ऐक मानसिक बीमारी है , जिसका इलाज कुदरत और समय जरूर करता है।
भरोसा खुद पर रखो तो ताकत बन जाती है , और दूसरों पर रखो तो कमजोरी बन जाती है।
आप कब सही थे इसे कोई याद नहीं रखता , लेकिन आप कब गलत थे इसे सब याद रखते हैं।
एक हद तक दर्द सहने के बाद इंसान खामोश सा हो जाता है , और फिर न वो किसी से शिकायत करता है और न ही किसी से उम्मीद रखता है।
जीवन में तकलीफ उसी को आती है, जो हमेशा जिम्मेदारी उठाने को तयार रहते हैं और जिम्मेदारी लेने वाले कभी हारते नहीं। या तो जीतते हैं या फिर सीखते हैं।
जब खुद की एहमियत बतानी पड़ जाये , तब समझ लेना आपकी कोई एहमियत नहीं रही।
जिंदगी छोटी नहीं होती , हम जीना ही देर से शुरू करते हैं। जब तक रस्ते समझ में आते हैं , तब तक लौटने का वक़्त आ जाता है।
कागज की कश्ती में सवार है हम , फिर भी कल के लिए परेशान है हम।
जिंदगी एक पल में नहीं बदलती , पर एक पल में लिया गया फैसला कभी - कभी जिंदगी बदल देता है।
प्रेम की धारा , बहती है जिस दिल में , चर्चा उसकी होती है हर महफ़िल में।
जिंदगी में दर्द मिलना तो स्वभविक है , लेकिन दुखी होना या न होना आपके हाथ में है।
जिंदगी में हमेश एक बात याद रखना , हर कोई आपको समझा नहीं सकता , और आप हर किसी को समझा नहीं सकते।
हर दुःख एक सबक देता है , और हर सबक इंसान को बदल देता है।
जिंदगी बेहतर तब होती है जब आप खुश होते हैं। लेकिन जिंदगी बेहतरीन तब होती है जब आपकी बजह से लोग खुश होते हैं।
जिस चीज को कमा सकते हैं, उसे मांग के अपना महत्व कम न करें चाहे वो धन हो, प्यार हो या फिर सम्मान हो।
बहुत ही आसान है जमीं पर घर बनाना , दिलों में जगह बनाने में तो जिंदगी गुजर जाती है।
अहंकार और अकड़ दोनों ही सबसे बड़े दुश्मन है जीवन के , क्योंकि ये न आपको किसी का होने देते हैं, और न कोई आपका होना चाहता है।
पापा
से ज्यादा न कोई बिगाड़ता
है और न कोई
सुधारता है।
भाई से
ज्यादा न कोई उलझता
है और न कोई
समझता है।
बहन से
ज्यादा न कोई फंसाता
है और न कोई
बचाता है।
माँ
से ज्यादा न कोई डांटता
है और न कोई
मनाता है।
शब्दकोश
में असंख्य शब्द होते हुए
भी, मौन होना सबसे
बेहतर है।
दुनियां
में हजारों रंग होते हुए
भी सफेद रंग सबसे
बेहतर है।
खाने
के लिए दुनियाँ भर
की चीजें होते हुए भी
उपवास सबसे बेहतर है।
पर्यटन
के लिए रमणीक स्थल
होते हुए भी पेड़
के निचे ध्यान लगाना
सबसे बेहतर है।
देखने
के लिए इतना कुछ
होते हुए भी बंद
आँखों से भीतर देखना
सबसे बेहतर है।
सलाह
देने वाले लोगों के
होते हुए भी अपनी
आत्मा की आवाज सुनना
सबसे बेहतर है।
जीवन में हजारों प्रलोभन होते हुए भी सिद्धान्तों पर रहना सबसे बेहतर है।
THANKS FOR YOUR VISIT
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Wah! Inspirational thoughts.
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