Hindi Shayari Part 8
1 |
जो न होना था वो हादसा हमसे हो गया , यार
मेरा मुझसे जुदा हो गया। |
2 |
सितम को हमने बेरुखी समझा , प्यार को हमने बंदगी समझा , तुम चाहे हमे जो भी समझो , हमने तो तुम्हें अपनी
जिंदगी समझा। |
3 |
आज हूँ कल न जाने कहाँ जाऊंगा , मैं वो परिंदा हूँ जो आसमां में खो जाऊंगा , दिल की डोर से ऐसे न बांध मुझे , कल न रहूंगा तो
बहुत याद आऊंगा। |
4 |
हमदर्द को मेरे दर्द की परवाह नहीं, कातिल है वो मेरा पर कोई गवाह नहीं , सजाये मौत ही न दी , तड़फा कर मारा है उसने , ये प्यार है
इसमें आहें भरते हैं कभी आह नहीं। |
5 |
जिकर आल्हा दा ते गल दिलदार दी हुन्दी ऐ , सजदा आल्हा नुं ते रश्म प्यार दी हुंदी ऐ , असी आशिक दे मजहब दे बारे की दसिये , इबादत
रब दी ते सूरत
यार दी हुन्दी ऐ। |
6 |
जिद्दी आरजू नूं यार न मिलया , कई साल इंतजार किता , वो पल न मिलया , अजीब खेल है ये इश्क दा , ते किसी नूं असीं न मिले , ते
कोई शानू न मिलया। |
7 |
एक दुआ मांगते हैं हम भगवन से , चाहते हैं आपकी ख़ुशी पुरे ईमान से , सब हसरतें पूरी हो आपकी , और
आप मुस्कराएं पूरे दिलो जान से। |
8 |
खुशबु में एहसास होता है , दोस्ती का रिश्ता खास होता है , हर बात जुबां से कहना मुमकिन नहीं , इसलिए दोस्ती का नाम विशवास
होता है। |
9 |
मुकदर आजमा कर देखते हैं , चलो एक घर बनाके देखते हैं , सफर उम्मीद का आसान नहीं , हम अक्सर ठोकर खाकर देखते हैं। |
10 |
दरिया वफाओं का कभी रुकता नहीं , मोहब्बत में इंसान कभी झुकता नहीं , खामोश हैं हम उनकी ख़ुशी के लिए , और वो समझ
बैठे हैं के दिल हमारा
दुखता नहीं। |
11 |
अपनी आँखों के समंदर में डूब जाने दे , तेरा मुजरिम हूँ मैं डूब कर मर जाने दे , जख्म कितने तेरी चाहत से मिले हैं मुझको , सोचता हूँ कह दूँ मगर
जाने दे। |
12 |
हर आंसू में कोई बात होगी , हर दर्द के पीछे कोई न कोई याद होगी , आप हमे याद करो या भूल जाओ , लेकिन आपकी हर ख़ुशी के
लिए हमारी फरियाद होगी। |
13 |
वो रूठे इस कदर के मनाया न गया , दूर इतने हो गए के वापिस बुलाया न गया , दिल तो दिल था समंदर का साहिल नहीं , लिख दिया नाम तेरे फिर मिटाया न गया। |
14 |
तेरी बेरुखी को रुतबा दिया हमने , प्यार का हर फर्ज अदा किया हमने , मत सोच के हम भूल गए हैं , आज भी खुदा
से पहले तुझे याद किया हमने। |
15 |
फूलों ने अमृत का जाम भेजा है , तारों ने गगन से सलाम भेजा है , रंगों और खुशियों से भरी हो आपकी जिंदगी , तहेदिल से हमने ये
पैगाम भेजा है। |
16 |
खुशियों और तन्हाइयों से दुरी हो गए , हंसना मुस्कराना तो जैसे मजबूरी हो गई , हमने तो ऐसे कभी मुख मोड़ने का सोचा ही नहीं था , ये तो किसी
और की मुराद थी
जो पूरी हो गई। |
17 |
दिन बीत जाते हैं सुहानी यादें बनकर , बातें रह जाती है कहानी बनकर , पर दोस्त तो हमेशा करीब रहेंगे , कभी मुस्कान तो कभी आँखों
का पानी बनकर। |
18 |
ये गम के आंसू कम न होंगे , आँखों के पहरे हरदम न होंगे , कभी हमे भी याद कर लिया करो , क्या याद करोगे जब हम नहीं
होंगे। |
19 |
कब तक अपना दर्द सीने में छुपाये रखोगे , कब तक आंसुओ को आँखों में दबाये रखोगे , मेरा फिर से लोट आना मुमकिन नहीं , तुम कब तक मेरी
आस लगाए रखोगे। |
20 |
तारों को गिनने वालों में से हम न थे , अकेले गुनगुनाने वालों में से हम न थे , ये तो आपने आदत डाल दी , वरना किसी को इतना याद
करने वालों में से हम न
थे। |
21 |
वो अफसाना जिसे किसी मंजिल पे लाना मुमकिन न हो , उसे किसी खूबसूरत मोड़ पर छोड़ देना
ही अच्छा है। |
22 |
अश्कों ने बहना बंद कर दिया , अल्फाजों ने कहना बंद कर दिया , क्या खूब गुजरी जज्बात पर , दिल ने पास रहना
बंद कर दिया। |
23 |
जिंदगी में मुश्किलें तमाम है , फिर भी इन लवों पे मुस्कान है , जब जीना हर हल में है , तो मुस्करा कर
जीने में क्या नुकसान है। |
24 |
गमों की आंच पर आँशु उबालकर देखो , बनेंगे रंग तो किसी पर डालकर देखो , तुम्हारे दिल की चुभन भी जरूर कम होगी , किसी
के पाँव का कांटा निकलकर
देखो। |
25 |
मुक़ददर आजमा के देखते हैं , चलो एक घर बना के देखते हैं , सफर उम्मीद का आसान नहीं , हम अक्सर चोट खाकर देखते हैं। |
26 |
मत इंतजार करवाओ हमसे इतना के, वक़्त के फासलों पे तुम्हे भी अफ़सोस हो जाये , कल क्या पता के तुम बात करने आओ, और हमारी रूह ही खामोश हो जाये। |
27 |
बैठकर पिने दे मस्जिद में ग़ालिब को , या फिर वो
जगह बता दे जहां खुदा
नहीं। |
28 |
बेखुदी बेसबब नहीं है ग़ालिब , कुछ
तो है जिसकी पर्दादारी
है। |
29 |
बदल जाये अगर माली , चमन होता नहीं खली , बहारें तो फिर भी
आती है , बहारें फिर भी आएँगी। |
30 |
हर दीप के तले अँधेरा होता है , हर रात के पीछे सवेरा होता है , लोग डर जाते हैं मुसीबतों को देखकर , हर
मुसीबत के पीछे सुख
घनेरा होता है। |
31 |
बस मेरे लहजे में जी हुजूर न था, इसके सिवा मेरा कोई कसूर न था। पर यह बात
अलग है कि मुझे
साबित करना नहीं आया । |
32 |
दुनियां में कहां वफ़ा का सिला देते हैं लोग , अब तो मुहब्बत की सजा देते हैं लोग। पहले सजाते हैं दिलों में चाहतों का खाब , फिर
एतवार को आग लगा
देते हैं लोग। |
33 |
When I saw you, I was afraid to meet you , When I meet you, I was afraid to like you, When I love you, I was afraid to loss you. |
34 |
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35 |
Very short but true massage for a true relation : You can hurt me with a truth, but never comfort me with a lie. |
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